Question, Answer, MCQ

प्राचीन भारत का इतिहास एक विस्तृत और समृद्ध विरासत से भरा हुआ है, जो हजारों वर्षों में विकसित हुआ। इसे मुख्यतः तीन प्रमुख कालखंडों में विभाजित किया जाता है:

  1. प्रागैतिहासिक और प्रारंभिक ऐतिहासिक काल

पाषाण युग (लगभग 2,50,000 ईसा पूर्व – 2500 ईसा पूर्व): इस काल में मानव शिकारी-संग्राहक था।

सिंधु घाटी सभ्यता (लगभग 2500-1900 ईसा पूर्व): हड़प्पा और मोहनजोदड़ो जैसे नगरों में विकसित यह एक उन्नत नगरीय सभ्यता थी।

  1. वैदिक और महाजनपद काल (1500-322 ईसा पूर्व)

वैदिक काल (1500-600 ईसा पूर्व): आर्यों का आगमन हुआ, वेदों की रचना हुई, और सामाजिक वर्गीकरण (वर्ण व्यवस्था) उभरा।

महाजनपद काल (600-322 ईसा पूर्व): 16 महाजनपद अस्तित्व में आए, जिनमें मगध, कोसल और अवंति प्रमुख थे।

  1. मौर्य और गुप्त साम्राज्य (322 ईसा पूर्व – 550 ईस्वी)

मौर्य साम्राज्य (322-185 ईसा पूर्व): चंद्रगुप्त मौर्य, बिंदुसार और अशोक जैसे सम्राट हुए। अशोक ने बौद्ध धर्म को अपनाया और उसका प्रचार किया।

गुप्त साम्राज्य (319-550 ईस्वी): इसे भारत का “स्वर्ण युग” कहा जाता है। विज्ञान, गणित, कला और साहित्य में उन्नति हुई।

  1. मध्यकाल की शुरुआत (550-1200 ईस्वी)

हर्षवर्धन (606-647 ईस्वी) ने उत्तरी भारत में शासन किया।

दक्षिण भारत में चालुक्य, पल्लव, और चोल वंशों का उदय हुआ।

इस काल में संस्कृत साहित्य और मंदिर निर्माण में उन्नति हुई।

प्राचीन भारत की विशेषताएँ

उन्नत नगर योजना (सिंधु घाटी सभ्यता)।

धर्म और दर्शन (हिंदू, बौद्ध और जैन परंपराएँ)।

विज्ञान और गणित (शून्य की खोज, दशमलव प्रणाली, खगोलशास्त्र)।

कला और स्थापत्य (अजन्ता-एलोरा गुफाएँ, स्तूप, मंदिर)।

प्राचीन भारत की यह समृद्ध विरासत आज भी भारतीय संस्कृति और परंपराओं में जीवित है। क्या आप किसी विशेष विषय पर अधिक जानकारी चाहते हैं?